Hasya Panktiyan of the Day #38
अप्रैल फूल उनके लिए है जो रोज़ नहीं बनाये जाते,
भारत में तो ऐसे त्यौहार हर लम्हा ही मनाये जाते।
कुछ भी हो चुनाव चिन्ह राजनितिक दलों का,
लोग तो हर वक़्त उल्लू ही बनाये जाते।
किसी भी सरकारी आफिस में कभी भी जाओ,
आम आदमी के बार बार चक्कर ही लगाए जाते।
पुलिस चौकी में चाहे कसूरवार हो या मासूम,
दोनों एक ही तरह से सताये जाते।
हमारे अस्पताल भी पुलिस स्टेशन से कम नहीं,
अच्छे भले यहाँ रोगी बनाये जाते।
कचहरी के मुक़द्द्मे सालों साल चलते रहें,
और जो मासूम थे वह भी दोषी ठहराए जाते।
तालीम में हम ऊपर सबको मात कर गए,
सीखने से ज़्यादह डिग्री के पीछे सब दौड़ाये जाते।
मिलावट में हम दुनिया में नंबर वन हैं,
पेट्रोल में तकरीबन ३० फीसद तत्व मिलाये जाते।
मैच देखने जाओ तो पहले से ही फिक्स हो चुके हैं,
यहाँ भी पैसा खर्च उल्लू बनाये जाते।
ऐसे में अप्रैल फूल के कोई ख़ास माईने नहीं हैं,
यहाँ तो हर रोज़ ही फूल बनाये जाते।
अप्रैल फूल उनके लिए है जो रोज़ नहीं बनाये जाते,
भारत में तो ऐसे त्यौहार हर लम्हा ही मनाये जाते।
कुछ भी हो चुनाव चिन्ह राजनितिक दलों का,
लोग तो हर वक़्त उल्लू ही बनाये जाते।
किसी भी सरकारी आफिस में कभी भी जाओ,
आम आदमी के बार बार चक्कर ही लगाए जाते।
पुलिस चौकी में चाहे कसूरवार हो या मासूम,
दोनों एक ही तरह से सताये जाते।
(Cartoon courtesy: The Hindu) |
हमारे अस्पताल भी पुलिस स्टेशन से कम नहीं,
अच्छे भले यहाँ रोगी बनाये जाते।
कचहरी के मुक़द्द्मे सालों साल चलते रहें,
और जो मासूम थे वह भी दोषी ठहराए जाते।
तालीम में हम ऊपर सबको मात कर गए,
सीखने से ज़्यादह डिग्री के पीछे सब दौड़ाये जाते।
मिलावट में हम दुनिया में नंबर वन हैं,
पेट्रोल में तकरीबन ३० फीसद तत्व मिलाये जाते।
मैच देखने जाओ तो पहले से ही फिक्स हो चुके हैं,
यहाँ भी पैसा खर्च उल्लू बनाये जाते।
ऐसे में अप्रैल फूल के कोई ख़ास माईने नहीं हैं,
यहाँ तो हर रोज़ ही फूल बनाये जाते।
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